Dard Shayari Yaadein तु हवा सी चली ग्यी Tuesday, June 14, 2016 Ashok Rao 0 Comments तु हवा सी चली ग्यी म रेत म ढुंढता रह ग्या तु किस्ती सी तॆर ग्यी म जिन्दा लाश सा डुब ग्या ।